विकास/Development/ترقی
- जब हमारे मानसिक, सामाजिक, संवेगात्मक तथा बौद्धिक पक्षों में परिपक्वता आती है (there is a maturity in our mental, social, emotional or intellectual pattern) तो उसे विकास कहते है।
- विकास गर्भ से कब्र तक होता है। (Womb to tomb)
- विकास का स्वरुप आंतरिक (internal) एवं बाहय (external) दोनों होता है। उदहारण: मस्तिष्क, भाषाज्ञान
- विकास जीवन भर (continues) चलता रहता है।
- विकास में निष्चित क्रम होता है। उदहारण: हमे अपना जितना विकास करना होता है, उतना हो जाता है। जैसे: मानसिक विकास, सामाजिक विकास जितना हम चाहेंगे उतना ही होगा।
- विकास का हम सीधे सीधे मापन नहीं कर सकते ।
उदहारण: हम सामाजिक विकास, नैतिक विकास का मापन नही कर सकते, हम केवल मानसिक विकास का मापन कर सकते है।
- विकास परिमाणात्मक (quantitative) और गुणात्मक (qualitative) दोनों होता है।
- विकास वृद्धि के बिना भी संभव है, क्योंकि कुछ व्यक्तियों का आकार, ऊँचाई या भार नहीं बढ़ता परन्तु उनमे नैतिक विकास, सामाजिक विकास, बौद्धिक विकास अवश्य होता है।
वीडियो के माध्यम से समझें।
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Note: परिपक्वता (Maturation): अनुवॉशिक विन्यास (genetic disposition) के पूर्व निर्धारित रूप से प्रकट होने का process maturation कहलाता है।
- यह heredity से related होता है।
- बड़े होने पर maturity आती रहती है।
वीडियो के माध्यम से समझें।
मनोवैज्ञानिक के अनुसार व्यक्ति की विकास चार तरह से होनी चाहिए:
- (Physical Development) शारीरिक विकास
- (Social Development) सामाजिक विकास
- (Cognitive Development) मानसिक विकास / संज्ञानात्मक
- (Emotional Development) सांवेगिक विकास
@ इनको याद रखने के लिए शॉर्ट कट में इस तरह कहा जाता है:
P.S.C.E
अब हम इनके बारे में एक-एक करके जानते हैं कि यह क्या हैं और इनकी तारीफ़ किया हैं:
- Physical Development:
यह ऊंचाई (Height), वज़न (weight), आकार (size), आकृति (shape)… आदि से संबंधित हैं।
- शारीरिक विकास से संबंधित गतिविधि संबंधी कुछ पहलुओं को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण है।
या यह कि गत्यात्मक विकास (motor development): यह एक तरह से बालक के शाररिक विकास से ही जुड़ा है, यह muscles, हडियो की क्षमता और उन पर control करने से सम्बंधित होता है।
- गामक विकास में बालको के चलने, दौड़ने, कूदने, भोजन करने आदि विषय को शामिल किया गया है, इसे दो भागो में बांटा गया है:
- Gross Motor Skill (स्थूल गतिक कौशल)
- Fine Motor Skill (सूक्ष्म गतिक कौशल)
- याद रखने के लिए इन्हें शॉर्ट में GF कह सकते हैं, यानी के G से ग्रॉस मोटर स्किल (Gross Motor Skills) और F से फ़ाईन मोटर स्किल (Fine Motor Skills)
- Gross Motor Skills :- इसमें muscles का ज़्यादा use होता है
Examples: Swimming, Jumping, Running
- Fine motor skills इसमें muscles का कम use होता है
Examples: Writing, coloring, Cutting, breaking chapati
- Social Development
- सामाजिक विकास: समाज के अंतगर्त निहित मूल का संयोजन करना।
- नैतिक विकास (Moral Development) इसी से सम्बंधित है।
- मूल्यों, मानदंडों और व्यवहार के सामाजिक रूप से स्वीकृत तरीकों को सीखने, अपनाने और स्थापित करने (आंतरिक रूप से स्थापित करने) की प्रक्रिया को समाजीकरण के रूप में जाना जाता है।
- समाजीकरण बचपन से लेकर मृत्यु तक चलने वाली एक आजीवन प्रक्रिया है।
- Cognitive Development
- संज्ञानात्मक (Cognitive) पक्ष में विकास से अर्थ मानसिक क्षमताओं के विकसित होने से है, संज्ञान का अर्थ दिमाग़, बौद्धिक क्षमताओं का विकास हैं, जैसे कि सोचना, तर्क, कल्पना, मेमोरी, भाषा विकास आदि
Brain दिमाग़
मनोवैज्ञानिकों ने दिमाग़ को दो हिस्सा में बांटा है:
- Left Brain (दिमाग़ का बयां हिस्सा)
- Right Brain (दिमाग़ का दायां हिस्सा)
- बाएं साईट (Left Brain) में (Logical) तार्किक संबंधित शक्ति पाई जाती है, जैसे कि विज्ञान Science, गणित Math, भाषा Language अदि।
- दाएं साईट (Right Brain) में (Creativity) रचनात्मकता संबंधित शक्ति पाई जाती है, जैसा कि चित्रकला Drawing, संगीत Music, नृत्य Dance आदि।
- Emotional Development
रैथस के अनुसार संवेग (Emotional) भावना है, जो हमारे अंदर रंग भरती है।
* भावनाएँ हमारे जीवन को रंगती देता हैं।
* भावनात्मक विकास आपकी भावनाओं को जानने और प्रबंधित करने के बारे में है।
* भावनाएँ और अनुभूति एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।