अभिवृद्धि /Growth /نشو و نما
- जब हमारे शरीर की संरचना (structure) या आकार (size) बढ़ना शुरू होता है, उसे वृद्धि कहते है।
- दूसरे लफ़्ज़ों में यह कह सकतें हैं की: अभिवृद्धि का अभिप्राय कोशिकाओं में होने वाली वृद्धि/अभिवृद्धि के अंतर्गत भार का बढना/उंचाई का बढना, शारीरिक अंगो के आकार में परिवर्तन आना, बालों का बढना, नाख़ूनों का बढना आदि शामिल है।
- फ्रैंक महोदय के अनुसार: “कोशिकीय गुणात्मक वृद्धि ही अभिवृद्धि कहलाती है। जैसे- मानव भार तथा लम्बाई में वृद्धि।
अच्छी तरह समझने और तलफ़्फ़ुज़ के लिए वीडियो देखें।
यह कुछ अहम् पॉइंट्स हैं, जिनको अगर हम याद कर लेते हैं तो हमें सवालों के जवाब देने में आसानी होगी:
- वृद्धि विकास का ही छोटा हिस्सा है।
- वृद्धि का स्वरुप बाह्य (External) होता है।
- अभिवृद्धि में व्यक्तिगत भेद पाए जाते हैं।
- वृद्धि सामान्यतः शारीरिक परिवर्तनों से संबंधित है। (Related to Physical changes)
- वृद्धि कुछ समय के बाद रुक जाती है। उदहारण: चौड़ाई-लम्बार्ड
- वृद्धि क्रम के अनुसार नहीं (not a sequential process) चलती। उदहारण: कभी हमारी लम्बाई बढ़ती है तो कभी हमारा भार बढ़ता है।
- वृद्धि का हम मापन (Measurement) कर सकते है। उदाहरण :- हम भार, लम्बाई को नाप सकते है।
- वृद्धि केवल परिमाणात्मक (quantitative) होती है।
- Quantitive / Structure Changes: मोटा होना, पतला होना, लम्बा होना, आकार में वृद्धि, छोटा होना आदि।
- Quantitive का अर्थ होता है जिसे हम डायरेक्ट गणना / Measure कर सकें।
- वृद्धि होने से विकास हो भी सकता है और नहीं भी। उदहारण :- जब कोई आदमी मोटा होता जा रहा है तो उसकी वृद्धि हो रही है परन्तु ये जरुरी नही कि मोटा होने से उसका क्रियात्मक विकास भी बढ़े।
अच्छी कोशिश है।